पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन इससे पहले वहां कांग्रेस में दो धड़े देखे जा रहे हैं। दरअसल पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू और राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच कई सालों से अनबन की खबरें सामने आ रही हैं। वहीं बीते दिनों से दोनों के बीच तकरार काफी तेज हो गई है। आलम यह है कि, सिद्धू अपनी ही सरकार पर निशाना साधने से बाज नहीं आ रहे। बता दें कि आलाकमान ने भी पहले इस तनाव को कम करने की कोशिश लेकिन उसे कुछ खास सफलता नहीं मिली। अब बीते दिन सिद्धू ने दिल्ली में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की। जिसके बाद पंजाब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी 6 जुलाई को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर राज्य के हालात पर चर्चा की। इस बीच अब सिद्धू ने अपने एक ट्वीट से पंजाब कांग्रेस में हलचल मचा दी है।
बता दें कि मंगलवार(13 जुलाई को)पंजाब कांग्रेस की अंतर्कलह ऐसे मोड़ पर आ गई, जहां से कयास लगाए जाने लगे कि नवजोत सिंह सिद्ध अब फिर से नया ठिकाना बना सकते हैं। दरअसल इन सबके पीछे उनका एक ट्वीट है जिसमें उन्होंने आम आदमी पार्टी की सराहना की है। सिद्धू ने अपने ट्वीट में कहा कि मेरे विजन और पंजाब के लिए काम को आम आदमी पार्टी ने हमेशा पहचाना है। फिर चाहे वह 2017 से पहले की बात हो, ड्रग्स का मामला रहा हो, किसानों के मुद्दे हों, भ्रष्टाचार हो या बिजली संकट का सामना। सिद्धू ने कहा कि आज जब मैं पंजाब मॉडल पेश कर रहा हूं तो यह स्पष्ट है कि वे जानते हैं कि वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है।
वैसे सिद्धू के इस ट्वीट से कयास लगाए जा रहे हैं कि पंजाब कांग्रेस में उम्मीद के मुताबिक तवज्जो नहीं मिलने के चलते सिद्धू जल्द ही पार्टी का दामन छोड़ आप में जा सकते हैं। खबरें ये भी हैं कि सिद्धू को आम आदमी पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव में अपनी तरफ से मुख्यमंत्री पद का चेहरा बना सकती है।
फिलहाल सिद्धू अभी कांग्रेस में रहेंगे या नहीं, इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन जिस तरह के पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीत तकरार चल रही है उससे पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को तगड़ा झटका लग सकता है।