पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी पार्टी के साथ कम से कम 200 से अधिक सीटें जीतकर तीसरे कार्यकाल की ओर बढ़ रही हैं। चुनाव आयोग के आँकड़ों के अनुसार, भाजपा वर्तमान में 81 सीटों पर आगे चल रही है। एक बड़े उलटफेर में, नंदीग्राम में ममता बनर्जी को भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी ने 1957 वोट से हरा दिया है। अपनी हार पर ममता बनर्जी ने बयान दिया है कि वो इसे स्वीकार करती हैं।
नंदीग्राम के चुनावी नतीजे सामने आने के बाद मीडिया से वार्ता में ममता बनर्जी ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। उनसे जब हार को लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा- ‘नंदीग्राम में भूल जाओ क्या हुआ। नंदीग्राम के बारे में चिंता मत करो। नंदीग्राम के लोग जो भी जनादेश देंगे, मैं उसे स्वीकार करती हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैंने नंदीग्राम में सघंर्ष किया क्योंकि मैं एक आंदोलन लड़ी। हमने 221 से अधिक सीटें जीतीं और बीजेपी चुनाव हार गई है।’
बंगाल चुनाव के समय ममता बनर्जी लगातार चुनाव आयोग की भूमिका को लेकर हमलावर रही थी। आज जब वो नंदीग्राम से चुनाव हार गई है तो एक बार फिर उन्होंने चुना आयोग पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नंदीग्राम की लड़ाई उनके संघर्ष का हिस्सा है। चुनाव आयोग ने नंदीग्राम में हमेशा बीजेपी की प्रवक्ता के रूप में काम किया। पूरे चुनाव बीजेपी ने डर्टी पॉलिटिक्स की है।
गौरतलब है कि सुवेंदु अधिकारी के टीएमसी छोड़कर बीजेपी जाने के बाद ममता ने अपनी परंपरागत भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। नंदीग्राम में चुनावी पर्चा भरने के बाद ममता के पैर में चोट लग गई थी जिसको लेकर पूरे चुनाव के दौरान तगड़ी राजनीति होती रही।