केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का राजकीट सम्मान के साथ दीघा घाट पर 10 अक्टूबर को अंतिम संस्कार किया गया। बेटे चिराग पासवान ने पिता को मुखाग्नि दी। चिराग पासवान को उनके पिता के अचानक चले जाने से काफी आघात पहुच है। मुखाग्नि देने के दौरान वह बेसुध हो कर नीचे गिर पड़े। वहां मौजूद लोगों ने चिराग को संभाला।
रामविलास पासवान ने केंद्र सरकार में मंत्री रहते हुए इस दुनिया को अलविदा कहा। पासवान का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। पीएम मोदी और केंद्र सरकार ने उनकी अंतिम विदाई में भरपूर सहयोग किया जिसे लेकर चिराग ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया।
चिराग पासवान ने अपने पापा के अंतिम विदाई में प्रधानमंत्री द्वारा किया गया सहयोग को लेकर ट्विटर पर लिखा- “आदरणीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी द्वारा पापा की अंतिम यात्रा में किए गए सहयोग के लिए हृदय से आभार।सर आपने पापा की अंतिम यात्रा के लिए सभी व्यवस्था बिना माँगे की।बेटे के तौर पर मैं एक मुश्किल समय से गुजर रहा हूँ।आप के साथ से हिम्मत और हौसला दोनो बढ़ा है। आप का आशीर्वाद व स्नेह हमेशा बना रहे।”
बता दें, गुरुवार शाम को लंबी बीमारी के बाद राम विलास पासवान का निधन हो गया था। 74 साल के रामविलास पासवान कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम पांच बजे दिल्ली से पटना पहुंचा। एयरपोर्ट पर रामविलास पासवान के अंतिम दर्शनों के लिए समर्थकों की भारी भीड़ देखी गई।