कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंदीय मंत्री पी चिदंबरम ने जम्मू कश्मीर में धारा 370 की बहाली की मांग की है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के लिए वहां के मुख्य राजनीतिक दलों के गठबंधन का समर्थन किया है। चिदंबरम ने घाटी से 370 हटाने संबंधी केंद्र के फैसले को असंवैधानिक बताया है। शुक्रवार को पूर्व गृह मंत्री ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर ये बातें कहीं।

पी चिदंबरम ने अपने ट्वीट में लिखा, “जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की क्षेत्रीय पार्टियों का जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों के अधिकारों को बहाल करने के लिए संवैधानिक लड़ाई लड़ने के लिए एक साथ आना एक ऐसा विकास है जिसका भारत के सभी लोगों द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए।”

पी चिदंबरम ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, “कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्थिति और अधिकारों की बहाली के लिए भी दृढ़ है।

मोदी सरकार द्वारा 5 अगस्त, 2019 को लिए गए मनमाने और असंवैधानिक फैसलों को रद्द किया जाना चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने एक तीसरा ट्वीट किया और लिखा, “केंद्र सरकार को जम्मू कश्मीर की मुख्यधारा के दलों और लोगों को अलगाववादी या राष्ट्र विरोधी के रूप में देखना बंद करना चाहिए।”

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में मुख्य धारा के राजनीतिक दलों ने बृहस्पतिवार को एक बैठक की और पूर्ववर्ती राज्य के विशेष दर्जे की बहाली के लिए एक गठबंधन बनाया। यह गठबंधन इस मुद्दे पर सभी संबंधित पक्षों से वार्ता भी शुरू करेगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के आवास पर बैठक हुई और इसमें पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, पीपल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन, पीपल्स मूवमेंट के नेता जावेद मीर और माकपा नेता मोहम्मद युसूफ तारिगामी ने भी हिस्सा लिया।