पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से मैन्युफैक्चरिंग लागत बढ़ी तो थोक महंगाई दर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई। थोक महंगाई दर 12.94% पर पहुंच गई है। यह मई 2020 में -3.37% रही थी। वहीं, खुदरा महंगाई दर 6.26 फीसद पर है और यह मई की तुलना में जून में थोड़ी राहत दी है। यह मई में 6.3% और अप्रैल में 4.23% पर थी।
इनसब के बीच कोरोना को लेकर लगे प्रतिबंधों का अब अनलॉक चल रहा है। सप्ताह में छह दिन पूरा बाजार खुल रहा है। खाद्य सामग्री की कहीं की दिक्कत नही है। लेकिन प्याज की दर दुकान, प्रतिष्ठान और जगह के हिसाब से बदल रही है। शहर की बात करें तो 30 से 35 रुपये प्रति किलो तक प्याज बिक रही है। शहर के बाहरी इलाकों में जहां इसकी कीमत 30 रुपया है वहीं डिपार्टमेंटल स्टोर में यह 34 रुपये किलो है।
प्याज के दर में इस अंतर को लेकर दुकानदारों का अपना तर्क है। एक दुकानदार ने कहा कि प्याज की कीमत उसके आकर और प्रकार पर निर्भर करता है। छोटे साइज के प्याज की कीमत कम है, जबकि बड़े आकार और फ्रेश प्याज की कीमत अधिक है। बारिश के कारण भी प्याज की दर पर असर देखने को मिल रहा है। इधर कृषि बाजार समिति ने पूरे जिले के लिए प्याज की जो दर जारी किया है वह अधिकतम रेट है। ऐसे में प्याज की कीमतों में आई तेजी के कारण लोग सस्ते में प्याज लेना पसंद कर रहे हैं।
हाल के दिनों में आलू के भाव में कमी आई है। यह आम लोगों के लिए राहत की बात है। जिले में आलू की कीमत को लेकर एक रूपता है। सफेद आलू छोटा साइज 14 रुपये प्रति किलो है, जबकि यही बड़े आकार का 15 रुपये किलो। जबकि लाल आलू 18 रुपये प्रति किलो बिक रही है। हरी सब्जी काफी महंगी बिक रही है। ऐसे में आलू का भाव राहत देने वाला है।