बिहार विधानसभा में चुनाव में इस बार जिस नाम की सबसे ज्यादा चर्चा है वह है पुष्पम प्रिया चौधरी. छह माह पहले तक शायद ही बिहार और देश की जनता इस नाम से वाकिफ हो लेकिन अब राज्य के अखबारों से लेकर सड़कों पर पुष्पम प्रिया के नाम की चर्चा है. उसकी वजह भी है, उन्होंने कुछ महीने पहले ही अपनी एक पार्टी बनाई ‘प्लूरल्स’ और सीधे खुद को बिहार के मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया. अब वह इस चुनाव में जमीन पर उतरकर मेहनत करती भी दिख रही हैं.
पुष्पम प्रिया चौधरी अपने भाषणों में हमेशा बिहार में 30 साल के लॉकडाउन की जिक्र करती है. मतलब उनके निशाने पर लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार दोनो की ही पार्टियां है. जयप्रकाश नारायण के जयंती पर एक बार फिर पुष्पम प्रिया ने उनके चेलो पर निशाना साधा और फेसबुक पोस्ट किया।
पुष्पम प्रिया चौधरी ने जयप्रकाश नारायण की जयंती पर अपने पोस्ट में लिखा “लड़ाई आपके नक़ली चेलों से है जेपी! अपूर्ण लोगों को संपूर्ण क्रांति क्या समझ में आती! काँट और गांधी होते तो आपसे बहस करते कि आपने साध्य के लिए ऐसे बदनीयत चेलों के साधन को क्यों चुना। आज आपको ज़रूर अफ़सोस होता कि इन लोगों ने आपको कैसे ठगा! लेकिन अब आपका समय आ गया है। आपका यह जन्मदिन बहुत ख़ास रहेगा। जन्मदिन की खूब बधाईयाँ! सम्पूर्ण क्रांति का साल, टोटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन का दशक! #सबकाशासन“
दरभंगा जिले की रहने वाली पुष्पम जेडीयू नेता और पूर्व MLC विनोद चौधरी की बेटी हैं. पुष्पम प्रिया के पास राजनीतिक विरासत जरूर है लेकिन उनका कोई सियासी अनुभव नहीं है. वह अब लगातार जनसंपर्क अभियान के जरिए लोगों को अपने साथ जोड़ने में जुटी हुई हैं. नए-नए लोगों को अपनी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करा रही हैं. बिहार के कई जिलों और गांव का दौरा कर चुकी हैं और वहां के स्कूल, अस्पताल, सड़कों का जायजा ले रहे हैं. पुष्पम लगातार लोगों से मिल रही हैं और उन्हें अपनी नई पार्टी के मिशन के बारे में जानकारी दे रही हैं.
उनकी पार्टी इस चुनाव में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. जानकारी के मुताबिक ज्यादातर युवाओं और शिक्षित उम्मीदवारों को ‘प्लूरल्स’ पार्टी का टिकट दिया जाएगा. पार्टी का कहना है कि बिहार चुनाव में वह सिर्फ विकास के एजेंडे के साथ उतर रहे हैं.