मुख्तार अंसारी को लेकर उत्तर प्रदेश और पंजाब में ठन गई है। पंजाब सरकार ने कोर्ट के आदेश के बाद भी अंसारी को यूपी भेजने से इनकार कर दिया है। मुख्यार को लाने से लिए अब तक 4 साल में 32 बार नोटिस भेजा जा चुका है।
कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को लेकर यूपी और पंजाब पुलिस के बीच ठन गई है। कई मामलों का आरोपी मुख्तार अंसारी अभी रंगदारी के एक मामले में पंजाब के रोपड़ जेल में बंद है। उत्तर प्रदेश की पुलिस अब मुख्तार अंसारी को वापस यूपी लाना चाहती है ताकि उसके गुनाहों का हिसाब-किताब किया जा सके। मुख्तार अंसारी को वापस लाने के लिए यूपी पुलिस शीर्ष अदालत का नोटिस लेकर पंजाब पहुंची थी।
अब इस मामले में सियासत भी शुरू हो गई है। योगी आदित्यनाथ सरकार का कहना है कि यूपी पुलिस माफियाओं पर कहर बनकर पर टूट रही है, लेकिन विपक्ष के नेताओं को यह रास नहीं आ रहा है। पूर्व विधायक स्व. कृष्णानंद राय की पत्नी और विधायक अलका राय ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कठघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा-‘मैं प्रियंका गांधी से निवेदन कर रही हूं कि ऐसा खूंखार अपराधियों को बचाने की कोशिश न की जाए। उनको वहां से भेजा जाए, ताकि न्यायालय में लंबित मुकदमे में न्याय मिल सके। वह भी महिला हैं और मैं भी महिला हूं, मुझे आशा है कि वह हमारी भावनाओं को समझेंगीं।
मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लेन में आ रही अड़चनों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मनी त्रिपाठी ने ट्वीट कर लिखा, “ज़रा सोचिए,कांग्रेस सत्ता से बाहर है तब ये हाल है,जब सत्ता में रही होगी तब क्या किया होगा,योगी जी की गाड़ी 4 साल में 32 बार पंजाब के चक्कर काट चुकी,पर प्रियंका जी की ऐसी मेहरबानी कि पंजाब सरकार इस मोस्ट वांटेड को सौंपने को तैयार नहीं,प्रियंका जी आप बचाते रहिए, हम TUV भेजते रहेंगे”
गौरतलब हो, यूपी पुलिस ने चंडीगढ़ में सरकार के मुख्य सचिव और रोपड़ जेल के जेल अधीक्षक को इस नोटिस से अवगत भी कराया और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को वापस ले जाने की बात कही। लेकिन यूपी की गाजीपुर पुलिस को उस वक्त निराशा हाथ लगी जब पंजाब पुलिस ने मुख्तार अंसारी के मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर उसे सौंपने से इनकार कर दिया। पंजाब पुलिस की तरफ से कहा गया कि बीमारी की वजह से मुख्तार अंसारी लंबा सफर नहीं कर सकता इसलिए उसे फिलहाल यूपी नहीं भेजा जा सकता है। जेल के अधीक्षक ने इस मामले में यूपी पुलिस से यह भी कह दिया है कि वो अपना जवाब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करेंगे।