अगरतला: पश्चिमी त्रिपुरा के एक मैरिज हॉल में शादी के दौरान लोगों से बदसलूकी करने वाले जिलाधिकारी शैलेश यादव पर गाज गिरी है। डीएम की बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री बिप्लब देब के हस्तक्षेप के बाद डीएम को सस्पेंड किया गया। डीएम के खिलाफ बीजेपी विधायकों ने भी प्रदर्शन किया था।
क्या है मामला:
त्रिपुरा में नाईट कर्फ्यू का उल्लंघन कर शादी समारोह आयोजित किए जाने पर पश्चिमी त्रिपुरा जिले के डीएम एक मैरिज हॉल में घुस गए। इस दौरान डीएम साहब इतने गुस्से में थे कि उन्होंने दूल्हे को भी नहीं बख्शा और उसे भी धक्का मार कर बाहर निकाल दिया। साथ ही डीएम ने मैरिज हॉल को भी सील कर दिया। डीएम शैलेश के इस कारनामे का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया।
वायरल वीडियो के अनुसार पश्चिमी त्रिपुरा के डीएम शैलेश कुमार यादव एक शादी समारोह को रुकवाते हुए दिखाई दे रहे थे। वायरल वीडियो में डीएम शैलेश यादव काफी गुस्से में भी दिखे। इस दौरान डीएम ने कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे लोगों को वहां से भगा दिया। इतना ही नहीं डीएम शैलेश यादव ने दूल्हे को भी धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। साथ ही डीएम शैलेश ने कई लोगों के साथ अभद्रता भी करी थी। इस दौरान डीएम शैलेश यादव ने भाषाई स्तर पर भी सारी सीमाओं को लांघ दिया था।
डीएम शैलेश कुमार यादव ने मैरिज हॉल में मौजूद रहे लोगों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम और अन्य मामलों के तहत केस भी दर्ज किया था। साथ ही डीएम ने करीब 30 लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि बाद में सभी लोगों को छोड़ दिया गया। शादी समारोह में शैलेश कुमार यादव के इस कारनामे का वीडियो वहां मौजूद किसी शख्स ने बना लिया। जो जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने डीएम को सस्पेंड करने की मांग उठाई थी। इसके साथ ही त्रिपुरा के कई भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री विप्लब देब को पत्र लिखकर डीएम शैलेश यादव को सस्पेंड करने की मांग की थी। हालांकि डीएम ने कहा कि उन्होंने किसी की भावना आहत करने के मकसद से ऐसा कुछ नहीं किया है। साथ ही डीएम शैलेश कुमार ने इसके लिए माफ़ी भी मांगी।