बिहार की राजनीति का पारा चिराग पासवान और पशुपति पारस के चलते 5 जुलाई को पहले से ही गरम था। अब तेजप्रताप यादव के तेवरों से इसमें लहर और बढ़ गई है। तेजप्रताप ने आरजेडी की रजत जयंती पर कुछ ऐसे बयान दिए हैं जिससे उनके इरादे साफ झलक रहे हैं। साथ ही ये सवाल भी उठ रहा है कि लालू के दोनों वारिसों में भी विरासत की जंग के आसार हैं? क्या वर्तमान समय में तेजप्रताप पार्टी में खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं? पढ़िए तेजप्रताप के मंच से वो 5 बयान जिससे इसके संकेत मिल रहे।
तेजप्रताप का ये बयान मार्के वाला है। तेजप्रताप ने लोगों को ये जताने की भरपूर कोशिश की कि सिर्फ वही अपने पिता के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘पिताजी ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की, इसलिए मैंने भी अपना दाखिला बीएन कॉलेज में कराया। बीएन कॉलेज के जिस क्लासरूम की जिस बेंच पर पिताजी बैठते थे हम भी वहीं बैठे हैं। संगठन में समुद्र होता है। इसमें उतार चढ़ाव होता रहता है। कई बार कई लोग नाराज हो जाते हैं उन्हें मनाने का काम किया जाना चाहिए।’
तेजप्रताप ने पिता की विरासत पर एक तरह से हक जमाते हुए यहां तक कहा कि ‘मैंं पिता लालू यादव की तरह हूं। जैसे मेरे पिताजी से लोग डरते हैं, वैसे ही हमसे भी डरते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हम खरी बात कहते हैं।’
तेजप्रताप यादव ने कहा कि ‘मुझे देखकर लोग कहते हैं कि यही लालू यादव है। जब-जब विरोधियों ने अर्जुन पर वार किया तो श्रीकृष्ण ने उसका बचाव किया। ऐसे ही जब तेजस्वी यादव पर हमला होगा तो कृष्ण रूपी मैं उनके बचाव में रहूंगा। लगता है जगदानंद चाचा हमसे नाराज हैं।’
मुझे जरा देर क्या हुई, तेजस्वी मंच पर पहले बैठ गए- तेजप्रताप
जब तेजप्रताप यादव पटना के आरजेडी दफ्तर में मंच पर चढ़े तो लगा कि वो भी बाकी नेताओं को तरह अपनी पार्टी का गुणगान करेंगे। लेकिन ये क्या… वो जब शुरू हुए तो उन्होंने पार्टी के कई नेताओं के साथ-साथ छोटे भाई तेजस्वी को भी लपेटे में ले लिया। तेजप्रताप ने कहा कि ‘मुझे पूजा पाठ करने में आज वक्त लग गया जिसके चलते कार्यक्रम में आने में देर हो गई। ऐसे में तेजस्वी यादव बाजी मार गए और मंच पर आकर पहले बैठ गए।’
तेज प्रताप यादव ने कहा कि जब ‘मैं बोलता हूं तो कुछ लोग हंसते हैं, जब पिताजी बोलते थे तब भी विरोधी लोग ऐसा ही करते थे। बहुत सारे लोग तरह-तरह की खराब बातें करते हैं। लेकिन मेरे पीछे कोई क्या बोल रहा है मैं उसपर ध्यान नहीं देता।’
मुझे पीछे खींचा जाता है ताकि हम हीरो न बन जाएं- तेजप्रताप
तेजप्रताप यादव ने इस दौरान RJD विधायकों की विधानसभा में पिटाई के बाद RJD के जोरदार प्रदर्शन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ‘जब पटना में लाठीचार्ज हो रहा था तो मैं आगे खड़ा था। मैं इस दौरान आगे जाकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होना चाहता था मगर कुछ लोगों ने मुझे पीछे खींच लिया। दरअसल लोग मुझे पीछे इसलिए खींचते हैं ताकि असली हीरो हम ना हो जाएं।’