केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का गुस्सा अब बीजेपी नेताओं को झेलना पड़ रहा है। एक घटना में पंजाब के मलौत शहर के अबोहर से बीजेपी विधायक अरुण नारंग को इस गुस्से का शिकार होना पड़ा। बीजेपी विधायक अरुण नारंग के साथ मारपीट के मामले में पुलिस ने हत्या की साजिश समेत कई धाराओं के तहत क़रीब 300 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शनिवार को हुई इस घटना में अरुण नारंग पर किसान आंदोलन से जुड़े कुछ लोगों ने हमला कर दिया और उनके कपड़े फाड़ दिए।उनके चेहरे पर कालिख पोत दी गई। हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें बचा लिया।

इस घटना पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने टिप्पणी की और लिखा, ‘भाजपा MLA को किसानों ने नंगा कर दिया। गुनाह किसी का सजा किसी को।’

प्रमोद कृष्णन के इस ट्वीट पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा भड़क गए और उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘कांग्रेस शासित राज्यों में तथाकथित किसानों द्वारा लिंचिग के प्रयास को सेलिब्रेट करना दयनीय है। कल्पना कीजिए कि यही अगर बीजेपी शासित राज्य में किसी कांग्रेस नेता के साथ हुआ होता तो लिबरल्स, बंटी और बबली कितना हल्ला मचाते।’

नारंग के समर्थकों का दावा है कि विधायक पर हमला किया गया और उनकी गाड़ी पर काली स्याही भी फेंकी गई। हुआ यूं कि बीजेपी विधायक मीडिया से बात करने के लिए मुक्तसर जिले के मलोट इलाके में बीजेपी कार्यालय पहुंचे तो वहां कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उन्हें रोक लिया। प्रदर्शनकारियों ने विधायक अरुण नारंग से कहा कि वे कृषि कानूनों के खिलाफ हैं। प्रदर्शनकारियों ने विधायक को रास्ते में ही रोक लिया और वे आगे नहीं बढ़ सके। इसी अफरातफरी में कुछ लोगों के साथ उनकी धक्का मुक्की हुई जिसमें उनके कपड़े फट गए। इसके बाद विधायक वहां से फौरन ही वापस हो गए। इस दौरान कुछ लोगों ने विधायक की गाड़ी पर काला रंग भी पोत दिया।

विधायक के साथ हुई इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। ध्यान रहे कि किसान केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ बीते 4 महीने से ज्यादा समय से विरोध कर रहे हैं। इस सिलसिले में बीजेपी नेताओं को किसानों के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है।