बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अंतिम जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान कर दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बात का खुलासा किया कि मौजूदा चुनाव उनका आखिरी चुनाव है. नीतीश कुमार ने धमदाहा विधानसभा में आखिरी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव है.

नीतीश कुमार के इस ऐलान के बाद माना जा रहा है कि वह 2020 के बाद अब राजनीति से खुद को अलग कर लेंगे. उन्होंने अपने इस चुनाव को आखिरी चुनाव बताते हुए लोगों से आखिरी मौका देने की अपील की. नीतीश ने कहा कि अंत भला तो सब भला इसलिए आप आखरी मौका दे.

नीतीश कुमार ने कहा कि जंगलराज में स्वास्थ्य विभाग का बुरा हाल था. हॉस्पिटलों में डॉक्टर नहीं रहते थे. इलाज की बात छोड़िए दवा नहीं मिलता था, लेकिन अब हालात बदल चुका है.

नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों की कठिनाइयों के बारे में सोचकर उसके हिसाब से काम किया जा रहा है. गांवों को सड़कों से जोड़ा गया. लड़कियों को साइकिल और पोशाक दिया. हर घर तक नल का जल और हर घर बिजली पहुंचाया. जब से मौका मिला है तब से बिहार के लिए वह काम करते आ रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोगों को काम से मतलब नहीं था. जब उनको काम करने का मौका मिला तो हॉस्पिटल का क्या हाल था, सबको पता है. लेकिन अब स्थिति बदल गई है. एक पीएचसी में हर माह करीब 10 हजार लोग इलाज के लिए आते हैं. डॉक्टर मौजूद रहते हैं दवा भी मिलता है. एक-एक चीज पर काम किया जा रहा है. नीतीश कुमार ने कहा कि हमने पहले ही कहा कि राज्य के खजाने पर हक आपदा पीड़ितों का है. लेकिन जंगलराज के दौरान कुछ नहीं दिया जाता था. हम तो बाढ़ पीड़ितों के लिए काम करते रहे हैं.

Source: Muzaffarpur Now