आदरणीय योगिआदित्यनाथ जी आपको जानकारी होगी ही की मै कोरोना पॉज़िटिव पाने से AIIMS ऋषिकेश में कोरोना वार्ड में भरती हू । आज मेरा 7 वा दिन है और इसलिये मै अयोध्या मामले पर विशेष सीबीआइ कोर्ट में पेश भी नही हो पायी । यद्यपि मै किसी से मिल नही सकती , फ़ोन नही कर सकती लेकिन टीवी है जिससे की समाचार मिलते है ।

मैंने हाथरस की घटना के बारे में देखा । पहले तो मुझे लगा की मै ना बोलूँ क्यूँकि आप इस सम्बंध में ठीक ही कार्यवाही कर रहे होंगे । किन्तु जिस प्रकार से पुलिस ने गाव की एवं पीड़ित परिवार की घेराबंदी की है उसके कितने भी तर्क हो लेकिन इससे विभिन्न आशंकाये जन्मती है । वह एक दलित परिवार की बिटिया थी । बड़ी जल्दबाज़ी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गाव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गयी है ।

मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नही है की एसआइटी जाँच में परिवार किसीसे मिल भी ना पाये । इससे तो एसाईटी की जाँच ही संदेह के दायरे में आ जायेगी । हमने अभी राम मंदिर का शिलान्यास किया है तथा आगे देश में रामराज्य लाने क़ा दावा किया है किन्तु इस घटना पर पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से आपकी, यूपी सरकार की , तथा भाजपा की छवि पे आँच आयी है ।

आप एक बहुत ही साफ़ सुधरी छवि के शासक है । मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मीडियाकर्मियों को एवं अन्य राजनीतिक दलो के लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने दीजिये । मै कोरोना वार्ड में बहुत बैचेन हू । अगर मैं कोरोना पॉज़िटिव ना होती तो मैं भी उस गाव मै उस परिवार के साथ बैठी होती । AIIMS ऋषिकेश से छुट्टी होने पर मै हाथरस में उस पीड़ित परिवार से ज़रूर मिलूँगी ।

मै भारतीय जनता पार्टी में आपसे वरिष्ठ एवं आपकी बड़ी बहन हू । मेरा आग्रह है की आप मेरे सुझाव को अमान्य मत करियेगा ।

Source: Uma Bharti Tweet