Raipur: छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक पत्रकार पं. कमलेश शुक्ल को कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा बुरी तरह पीटने का मामला सामने आया है। पत्रकार ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस विधायक के गुंडे ने उन्हें और उनके साथी की पिटाई की क्योंकि वह अवैध रेत खनन में उनकी संलिप्तता पर स्टोरी कर रहे थे। इसके लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हे कई बार धमकी भी दी थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेसियों ने पत्रकार को जातिसूचक गालियाँ भी दी और बुरी तरह पीटते रहे। अपने साथ हुए मार पिटाई को लेकर शुक्ला जी अनशन पर हैं। पुलिस ने भी नही दिया साथ और उल्टे पत्रकारों को ही फँसा रही है। पत्रकार ने आरोप लगाया कि पुलिस को धमकी की जानकारी होने के बाद भी उन्होंने कुछ नहीं किया।

कमल शुक्ला ने बताया कि पूरा विवाद नगर पालिका के भ्रष्टाचार से जुड़ी खबरों की वजह से शुरू हुआ। वे लगातार इस तरह की खबरें लिख रहे थे। यही वजह थी कि इलाके के जितेंद्र सिंह, गफ्फार मेमन, गणेश तिवारी ने उन पर हमला किया। घटना तब हुई जब कमल एक और पत्रकार के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट लिखवाने थाने पहुंचे थे।

अब देखना यह होगा कि प्रियंका गांधी इस मामले पर कुछ बोलती है या नही क्योंकि उत्तरप्रदेश में वो हर मामले में अपनी आवाज उठाती है। उत्तरप्रदेश में तो उन्होंने ब्राह्मणों के मुद्दों को जोर -शोर से उठाया था। अब यह मामला छत्तीसगढ़ का है तो कमलेश जी ना तो ब्राह्मण हैं ना पत्रकार, क्यूँकि गुंडों को दे रही संरक्षण उनकी सरकार है।