शायर मुनव्वर राणा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे कथित तौर पर फ्रांस में हुए आतंकी हमले को जायज ठहरा रहे हैं। इस विवादित वीडियो को लेकर उनकी आलोचना भी हो रही है। इसी बीच राणा के इस विवादित बयान पर हिंदी के चर्चित कवि कुमार विश्वास ने भी टिप्पणी की है। कुमार विश्वास ने ट्विटर पर शायराना अंदाज़ में लिखा, ‘नर्म अल्फ़ाज़ भली बातें मोहज्जब लहज़े, पहली बारिश में ही ये रंग उतर जाते हैं।’

ट्वीट में उन्होंने एक खबर भी शेयर की है जिसमें लिखा है, ‘देश के जाने – माने शायर मुनव्वर राणा ने फ्रांस को लेकर विवादित बयान दिया है। फ्रांस के हमलों को उन्होंने सही ठहराया है।’ आपको बता दें कि शायर मुनव्वर राणा ने फ्रांस में हो रही हिंसक घटनाओं को जायज़ ठहराते हुए कहा था, ‘ किसी भी मजहब के बारे में आप कुछ कहें तो आप तैयार रहिए कि आप मारे जा सकते हैं। नफ़रत फ्रांस ने फैलाई है तो आतंकी तो फ्रांस हुआ न। आतंकी मुसलमान कहाँ से हो गए।’

उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘कोई मेरे मां – बाप का ऐसा गंदा कार्टून बना दे तो हम उसे मार देंगे।’ एक और इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘फ़्रांस में गला काटने की घटना पर जो इतना हल्ला हो रहा है कि यह इस्लामी आतंकवाद है और बाकी सब, यह कुछ नहीं है। जिसने कार्टून बनाया उसने गलत किया, जिसने कत्ल किया, वो उसका पागलपन था। यह बात कहना कि यह इस्लामी आतंकवाद है, यह भड़काने जैसा है।’

लेकिन अब इस विवादित बयान पर शायर ने अपनी सफाई पेश की है। उनका कहना है कि उन्होंने कभी वहां पर हो रही सीरियल किलिंग को सही नहीं ठहराया। उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है। एक टीवी चैनल को अपनी सफाई पेश करते हुए उन्होंने कहा कि फ़्रांस में हो रही हिंसा को कभी भी मैंने जायज़ नहीं कहा था। मुनव्वर राणा ने कहा, ‘मेरी बात का दूसरा मतलब निकाला गया। फ्रांस में जो हुआ वो बुरा हुए। मजहब के नाम पर ये रोजाना हो रहा है। आतंकवाद तो आतंकवाद होता है। इंसान के बिना धर्म का कोई मतलब नहीं हो सकता।’

Source: Jansatta