उज्जैन: हिंदुओं की आस्था से जुड़े विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर में भस्मारती के समय हड़कंप मच गया. दरअसल, मंदिर में कर्नाटक का एक मुस्लिम शख्स अपनी हिंदू गर्लफ्रेंड के साथ मंदिर में एंट्री ले रहा था. मंदिर कर्मचारियों को उस पर शक हुआ. कर्मचारियों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
जानकारी के अनुसार, शख्स के पास फर्जी आधार था. शख्स आरती में रीति-रिवाजों का पालन ठीक ढंग से नहीं कर रहा था. इसके बाद वहां मौजूद कर्मचारियों ने उसे पकड़कर पूछताछ की. जब उससे आधारकार्ड मांगा तो उसकी फोटो से चेहरा नहीं मिला. पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि उसके पास मिला अभिषेक दुबे नाम का आधारकार्ड उसकी गर्लफ्रेंड के भाई का है. घटना की पुष्टि करते हुए सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने बताया की बुधवार रात सूचना मिली. मामले को गम्भीरता से लेते हुए शख्स के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है.
फर्जी आधार कार्ड से ली थी एंट्री
थाना महाकाल पुलिस ने शख्स और उसकी गर्लफ्रेंड दोनों को तत्काल हिरासत में लिया गया. जांच में फर्जी आधार कार्ड मिलने पर गैर हिन्दू (मुस्लिम) शख्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई. शख्स से पूछताछ करने पर पुलिस को उसका असली नाम यूसुफ मुल्ला पता चला. यूसुफ, अभिषेक दुबे नाम के आधार कार्ड से मंदिर में पहुंचा. वह कर्नाटक का निवासी है और उसके साथ आई हिन्दू युवती खुशबू मुंबई की है. पुलिस ने आरोपी पर 420 में केस किया है.
दोनों मंदिर के नजदीक होटल में भी रुके थे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनुस और खुशबू महाकाल मंदिर के नजदीक होटल में भी रुके थे. वहां उन दोनों ने अपना ओरिजनल आधारकार्ड दिखाया था. होटल कर्मचारियों को लव जिहाद की शंका हुई तो पुलिस को मामले की सूचना दी. इसके बाद होटल मालिक ने दोनों को अपने यहां कमरा देने से इनकार कर दिया था. हालांकि, तब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. दोनों महाकाल के दर्शन के लिए ही आए थे. किसी को शक न हो, इलसिए खुशबू ने यूनुस को अपना भाई अभिषेक बताते हुए उसी का आधारकार्ड भी दे दिया था. भस्म आरती के वक्त खुशबू ने शख्स को अपना भाई ही बताया था.
पहले भी सामने आ चुका हैं ऐसा मामला
बता दें, इससे पहले भी महाकाल मंदिर में मुस्लिम युवक कुर्ता पैजामा व टोपी पहने दोस्तों के साथ अंदर प्रवेश कर गया था, इस पर उस वक्त खूब बवाल मचा था. हिन्दू संगठन के पदाधिकारियों ने मंदिर के मुख्य द्वार पर गंगा जल का छिड़काव किया था. जबकि आव्हान अखाड़े के महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने मंदिर समिति के जिम्मेवारों को चेतावनी दी थी कि मंदिर में किसी गैर हिन्दू को प्रवेश नहीं दिया जाये. वहीं मंदिर समिति ने मुस्लिम युवक का सम्मान किया था शॉल व बाबा की तस्वीर भेंट की थी.