रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी की बुधवार सुबह मुंबई पुलिस की ओर से की गई गिरफ्तारी की सोशल मीडिया पर हर कोई निंदा कर रहा है। जहा एक तरफ लोग इसे बदले की भावना से की गई कारवाई बता रहे है तो एक तबका ऐसा भी है जो महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस के इस कृत्य को सही ठहराने में लगा हुआ है। इनसब के अलावे राष्ट्रवादी नेता से लेकर पत्रकार तक हर कोई अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी को गलत बता रहा है और अर्णब के समर्थन में अपनी आवाज उठा रहे है।

अर्णब की गिरफ्तारी पर कुछ लोग खुलकर सामने नही आ रहे है और दूसरों के कंधों पर बंदूक रखकर निशाना साध रहे है। इन्ही लोगों में से एक आशुतोष भी है इन्होंने अर्णब का नाम लिये बिना एक ट्वीट किया और समर्थन में उतरे राजनेताओं पर व्यंग कसा है।

आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता व सत्य हिंदी वेबसाइट के संचालक आशुतोष ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, “गिद्धों ने प्रस्ताव पारित कर सरकार के सभी मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने ट्वीट कर फासीवाद की याद दिलायी। उन्हे पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री जी भी जल्द ही फासीवाद पर बोलेंगे।”

आशुतोष के इस ट्वीट पर बहुत से लोगो ने अपनी आपत्ति जताई लेकिन पत्रकार सुशांत सिन्हा ने उनके ट्वीट को कोट करके बिल्कुल अलग अंदाज में सटीक जबाब दिया। सुशांत ने लिखा “और कुत्ते दोनों टांगों के बीच दुम दबाए मालिक के चरणों में चुपचाप पड़े रहे। एक आवाज़ नहीं निकाली।”

आपको बता दे ABP न्यूज की पत्रकार रुबिका लियाकत ने भी अर्णब की गिरफ्तारी की आलोचना किया था, रुबिका ने ट्वीट कर लिखा- “अर्नब से सहमत हो न हो इस बात पर हम सब को सहमत होना ज़रूरी है कि उनके साथ जो हो रहा है वो सरासर ग़लत है। असहमति के मायने अगर गिरफ़्तारी है तो आगे आपकी बारी है।”

बता दें कि अर्णब की गिरफ्तारी के बाद मुंबई पुलिस ने बताया कि ‘रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है.’